Three Type Of Negative Thought 1⃣काफी गहरे होते | 2⃣थोड़े जिद्दी और असरदार होते | 3⃣यह हम पर निर्भर करता है हम उसे कितने अंदर तक उतारते हैं | 1⃣जब कोई इस दुनिया में आता है यानी कि मां के गर्भ में तो 9 महीने के सफर में मां की हर इमोशन का उस पर असर होता है | गर्भवती स्त्री जो भी देखती हैं सुनती है, बोलती है वह जो भी Feel करती है, उन सबका असर गर्भ के बच्चे पर भी होता हैं | जाहिर है, कुछ विचार Feelings अच्छी होती होगी और कुछ Feeling's Negative भी होते होंगे | इन 9 महीने में हर विचार का बच्चे पर असर होता है और वह भी काफी गहरा होता है | चाहे वह Positive हो या फिर Negative | 2⃣जन्म से 7 साल : इन 7 सालों में हमारे Thinking Style / Pattern सब Load होते रहते हैं | तकरीबन 50% तक हम सीखते हैं | तो इन 7 सालों में जो भी नकारात्मकता सुनते देखते हैं वही हम ग्रहण करते हैं | 3⃣7 साल के बाद :: रोजमर्रा की जिंदगी में हम बहुत सी घटनाएं देखते हैं | इसकी बातें कभी हमें आनंदित करती हैं | तो कभी Hurt करती है | अब चयन हमारे पास है कि हमें क्या Feel करना है | बहुत बार हम Negative चुनते हैं | छोटी-छोटी बातों से Hurt हो जाते है | चाहकर भी हम ज्यादा देर तक Positive नहीं रह पाते है | 3⃣इस टाइप की Negativity को हम जल्दी मिटा सकते हैं | अगर ज्यादा असर हुआ है तो टाइम लग सकता है | 2⃣थोड़े से जिद्दी है इस टाइप के नेगेटिव थॉट और इसे हम थिंकिंग से फीलिंग से बदल सकते हैं | काफी टाइम जाएगा पर बदल सकते हैं | 1⃣ इस टाइप के नेगेटिव विचार काफी Deep होते हैं | कभी हम उसे पहचान सकते हैं तो कभी हम उसे पहचान भी नहीं पाते | काफी जिद्दी होते हैं, इसे बदलने के लिए हमें Inner Purification पर ध्यान देना होगा | दोस्तों कुछ Positive Thought / Affirmations कुछ Meditation या फिर Purification Process से हम Negativity को Positive में बदल सकते हैं | अगर आपकी जिंदगी मे बुरी घटनाएं घटी है | कुछ लोगों की बातें जिन्होंने आप को ज्यादा ठेस पहुंचाई है जो आपके दिमाग में घर कर के बैठी है | कुछ भी करें ये पीछा ही नहीं छोड़ती है तो इस Negativity को भी आप निकल सकते हैं | इसके लिए आप EFT का सहारा ले सकते है | चाहे आपके अंदर कितनी भी
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